कोण्डागांव जिलें में विकसित भारत संकल्प यात्रा से गांव-गांव में मिल रहा योजनाओं का लाभ
कोण्डागांव जिले में विकसित भारत संकल्प यात्रा लगातार संचालित की जा रही है जिसके तहत सोमवार को केशकाल विकासखण्ड के गारावंडी एवं डोहलापारा, फरसगांव विकासखण्ड के आमागांव, उरांदाबेड़ा, कोण्डागांव विकासखण्ड के मोहलई, करनपुर, माकड़ी विकासखण्ड के उदेंगा, कांटागांव में संकल्प यात्रा पहुंची। इस अवसर पर ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया सभी ने पुष्पमाला एवं पुष्पवर्षा से संकल्प यात्रा के विकास रथ का स्वागत किया।
इस अवसर पर गारावंडी की नयापारा निवासी शांति ने मेरी कहानी मेरी जुबानी के तहत बताया कि विगत वर्ष उन्हें जब 03 माह के गर्भाधारण का पता चला तब वे खुश थी साथ ही चिंतित थी कि बच्चे की सही परवरिश सही तरीके से वे कर सकेंगी या नहीं ऐसे में आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं एवं मितानीन द्वारा मुझे पोषक आहार, संतुलित आहार, आयरन युक्त भोजन आदि के बारे में बताने के साथ प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ दिलाया गया जिसके तहत 05 हजार रूपये की राशि भी मुझे प्राप्त हुई।
करनपुर की भारती दीवान बताया कि गर्भाधारण पर उन्हें आंगनबाड़ी से रेडी टू ईट के साथ पूरक पोषण आहार के संबंध में जानकारी के साथ प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तीन किश्तों में 05 हजार रूपये की राशि प्रदान की गयी। अब मैं और शिशु पूरी तरह स्वस्थ है। इसके अतिरिक्त मैं राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत समूह से जुड़कर कृषि सखी के रूप में भी कार्य कर रही हूं। जिसके तहत प्रतिदिन किसानों को जैविक कृषि, जैविक उवर्रक, जैविक कीटनाशक के संबंध में जानकारी देकर रासायनिक खाद के स्थान पर जैविक खेती को प्रोत्साहन देने हेतु कार्य करती हूं। जिससे मुझे अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है।
करनपुर के तुलाराम ने नैनो यूरिया के लाभों को बताते हुए नैनो यूरिया द्वारा 70 से 80 प्रतिशत पैदावार में वृद्धि तथा कम खपत में अधिक उत्पादन के स्वयं के अनुभव को साझा करते हुए किसानों को नैनो यूरिया प्रयोग हेतु प्रोत्साहित किया। मुनगापदर के धनसिंह कश्यप ने जैविक कृषि के तरीकों को बताते हुए इसके द्वारा हो रहे लाभों का वर्णन किया।
जिले में अब तक 152 ग्राम पंचायतों में विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन किया जा चुका है। जिसमें भारत को 2047 तक विकसित बनाने का संकल्प 94 हजार से अधिक ग्रामीणों द्वारा लिया गया है। इन शिविरों के माध्यम से 667 लोगों को सुरक्षा बीमा, 324 लोगों को जीवन ज्योति बीमा, 1908 परिवारों को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन, 11990 लोगों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के साथ अन्य योजनाओं से लाभ दिलाने के साथ विशिष्ट कलाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 4933 स्थानीय ग्रामीणों को सम्मानित किया गया है। जिसमें 1250 महिलाएं, 1986 उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्कूली छात्र-छात्राएं, 869 स्थानीय खिलाड़ियों एवं 828 स्थानीय कलाकारों को सम्मानित किया गया है।
149 ग्रामों में कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों द्वारा उन्नत कृषि के साथ जैविक कृषि को प्रोत्साहन देने के लिए वैज्ञानिक तरीकों की जानकारी देने के साथ फसलों का प्रदर्शन भी किया गया है। इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा कई स्थानों पर ब्रम्हास्त्र एवं अन्य जैविक खादों की निर्माण प्रक्रिया का प्रदर्शन करने के साथ ड्रोन का कृषि में प्रयोग कर उत्पादकता वृद्धि के संबंध में जानकारी दी गयी। ड्रोन के माध्यम से कृषि तकनीकी का प्रदर्शन 27 गांवों में किया गया। जिसके प्रति लोगों में विशेष उत्साह देखा गया।
127 ग्राम पंचायतों में शत प्रतिशत भू-अभिलेखों को डिजिटली उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है। इन शिविरों में लगाये गये स्वास्थ्य कैम्पों में 66 हजार से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच की गयी। जिसमें 58 हजार लोगों की टीबी जांच, 33 हजार लोगों की सिकलसेल जांच की गयी। इसके साथ ही लोगों में एनीमिया एवं अन्य लक्षणों की जांच कर उपचार उपलब्ध कराया गया। इस यात्रा में अब तक 2500 से अधिक हितग्राहियों द्वारा लोगों को अपने अनुभव बताते हुए योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रेरित किया गया है।