डेस्क रिपोर्ट, जयपुर: पशुपालन विभाग के सचिव सीताराम भाले ने विभाग की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार की विभागीय बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का शीघ्र निपटारा कर पशुपालकों को योजनाओं से लाभान्वित करें। सोमवार को पशुधन भवन में राज्य सरकार की बजट घोषणाओं एवं जन घोषणाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विभागीय अधिकारियों से योजनावार प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पशुपालकों की आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए और राजस्थान सरकार को वहां जाना चाहिए जहां कोई नहीं पहुंचता।
सचिव सीताराम भाले ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जोधपुर के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के लिए निर्धारित अवधि तक भर्तियां और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने मोबाइल वेटनरी सेवा को भी समय निर्धारित कर निर्धारित अवधि में लोकार्पण की स्थिति तक लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में मौजूद अतिरिक्त निदेशक उत्पादन डॉ प्रकाश चंद्र भाटी ने कहा कि प्रत्येक जिले में पशु आहार गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रयोगशालाएं खोलने का काम प्रक्रियाधीन हैं। अतिरिक्त निदेशक मॉनिटरिंग डॉ आनंद सेजरा ने बताया कि नए उपस्वास्थ्य केंद्र एवं पशु चिकित्सालयों को क्रमोन्नत करने का काम पूरा किया जा चुका है। जन घोषणा पत्र के 11 कार्याें में से 8 कार्य पूरे हो चुके हैं जबकि 3 कार्य प्रगति पर हैं। अतिरिक्त निदेशक फार्म एवं सम्पदा डॉ नवीन मिश्रा ने बताया कि ऊंट संरक्षण एवं विकास नीति का प्रारूप प्रदेश मुुख्यमंत्री द्वारा अनुमादित हो चुका है कैबिनेट अनुमोदन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
बैठक में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि जोबनेर में पशु विज्ञान केंद्र खोला जा चुका है। लम्पी रोग से पीड़ित दुधारू गौवंश की मृत्यु पर 41933 पशुपालकों को 175 करोड़ 72 लाख रुपये का भुगतान हो चुका है। शेष पशुपालकों के बैंक खातों में आगामी 15 दिनों में काम पूरा हो जाने की संभावना है। कामधेनु पशु बीमा योजना का कार्य भी प्रगति पर है।