सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री काश्यप ने उद्योगपतियों से की बैठक
बैठक में मंत्री श्री काश्यप कहा कि जिले में विशेषकर गारमेंट एवं फर्नीचर के क्षेत्र में औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने क्लस्टर विकास की अवधारणा की सराहना करते हुए कहा कि जबलपुर में अधिक से अधिक संभावित क्लस्टर निर्माण की दिशा में कार्य किया जायेगा। मंत्री श्री काश्यप ने बताया कि एमएसएमई की स्थापना तथा नवीन स्टार्टअप को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है। इसका प्रमुख उद्देश्य एमएसमएमई उद्यमियों को तैयार करना, उद्योगों को संरक्षण देना, औद्योगिक विकास के अवसर प्रदान करना है। श्री काश्यप ने कहा कि उद्यो गों को लगाने के लिए जमीन एक प्रमुख घटक है, जिसकी उपलब्धता पर भी कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में नवीन उद्योगों को 40 प्रतिशत उद्योग विकास अनुदान प्रदान किया जा रहा है। बैठक के दौरान उन्होंने उद्यो गपतियों से चर्चा की एवं उनकी समस्यायें जानी। साथ ही जबलपुर के विकास के लिए हरसंभव प्रयास करने की बात कही।
गारमेंट क्लस्टर का भ्रमण
एमएसएमई मंत्री ने जबलपुर रेडीमेड गारमेंट एंड फैशन डिजाइन क्लस्टर लेमा गार्डन का भी भ्रमण किया। उन्होंने क्लस्टर के कार्यों और प्रगति की जानकारी ली। साथ ही क्लस्टर के सदस्यों से उनके उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफार्म से मार्केटिंग करने पर चर्चा की। मंत्री श्री काश्यप ने गारमेंट क्लस्टर के शेष कार्यों एवं कठिनाईयों के निराकरण की बात कही गई।
बैठक में महाप्रबंधक उद्योग विनीत कुमार रजक एवं उद्योग संघ की ओर से कमल ग्रोवर, रवि गुप्ता, डी.आर. जैसवानी, अर्चना भटनागर, हिमांशु खरे, मुनिंद्र मिश्रा, बी.के. नेमा, दीपक जैन, अनुराग जैन, राजेश गुप्ता, विन्तेश शर्मा, दीपक नौगरिया, हेमराज अग्रवाल, मनीष पटेल, एवं बड़ी संख्या में उद्योगपति उपस्थित थे।
MA.MC from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal.