छत्तीसगढ़ सरकार ने 12 लाख किसानों को धान का बोनस दिया
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के करीब 12 लाख किसानों को वर्ष 2014-15 और 2015-16 के धान खरीदी का 300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस राशि सुशासन दिवस के अवसर पर जारी किया गया। जिसके तहत बस्तर जिले में भी 23966 किसानों को 38 करोड़ 40 लाख रुपए बोनस राशि उनके बैंक खाते में अंतरित किया गया।
डेस्क रिपोर्ट : धान का बोनस की राशि मिलने पर जिले के कृषकों के चेहरों पर रौनक आ गयी है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को दो साल के धान खरीदी का बोनस कृषक भाईयों के खातों में अतंरण किया था। सुशासन दिवस पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के अवसर पर 25 दिसंबर 2023 को छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में सुशासन दिवस मनाया गया था। इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के तहत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के द्वारा खरीफ विणपन वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 के धान का बकाया बोनस राशि उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से अंतरित की गई थी।
कृषक पूरनचंद सोनी को मिल बोनस
धान बोनस के हितग्राहियों मे से एक गीदम निवासी कृषक पूरनचंद सोनी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने जो निर्णय लिया है और पिछले दो साल का बोनस जो दिया है। कृषक के हित में है, और सरकार से ऐसी आशा करते है कि कृषकों के हित में ऐसा निर्णय होता रहने चाहिए। उन्होंने आगे बताया कि सरकार के द्वारा उनके खाते में 2014-15, 2015-16 दो साल के बकाया बोनस की राशि 64 हजार 480 रुपए मिले हैं। और इस बोनस के पैसे से उन्होंने अपनी कृषि कार्य एवं भूमि मरम्मत में लगाने की बात कही।
महिला कृषक गीता को मिल बोनस
कृषक चितालंका निवासी राजेन्द्र सेठिया को भी 27 क्विंटल धान बेचने पर 64 हजार 6 सौ 40 की बोनस राशि मिली है। इस राशि से उन्होंने बच्चों की फीस भरने की मंशा जताई। इसी प्रकार ग्राम कवलनार की महिला कृषक गीता और ग्राम भोगाम के नतरूराम ने भी बोनस राशि मिलने पर हर्ष प्रकट करते हुए शासन का आभार माना।
किसान सूरज सेठिया ने बताया कि वर्ष-2014-15 और 2015-16 में विक्रय किये गए धान की बोनस राशि मिलने के बारे में सपने में भी नहीं सोचा था लेकिन किसानों की चिंता करने वाली छत्तीसगढ़ सरकार के इस सार्थक पहल जरिए लाखों किसानों के परिवार खुशियां मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके बच्चे जगदलपुर के एक निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ रहे हैं और अभी हाल ही में मिले बोनस राशि का उपयोग उनकी फीस जमा करने के लिए करेंगे। कृषक सूरज कहते हैं कि कड़ी मेहनत और उन्नत तकनीक के द्वारा खरीफ धान उत्पादन से अपने परिवार को आत्मनिर्भर बना चुके हैं। गांव में 17 एकड़ कृषि भूमि के मालिक सूरज अपने 16 सदस्यीय सयुंक्त परिवार का अच्छे ढंग से भरण-पोषण कर रहे हैं, इस दिशा में उनके दो छोटे भाई पूरा सहयोग प्रदान करते हैं। जिसके फलस्वरूप 40 गायों का एक अच्छा डेयरी फार्म भी बेहतर तरीके से संचालित कर परिवार के लिए एक निश्चित आय का स्रोत विकसित कर चुके हैं।
कृषक सूरज सेठिया को मिल बोनस
सूरज बताते हैं कि वे अपने खेती जमीन के साथ ही गांव के अन्य किसानों के लगभग 20 एकड़ कृषि भूमि को लीज पर लेकर धान की उन्नत खेती करते हैं। इस वर्ष भी सूरज ने धान की अच्छी पैदावार लेकर लगभग 300 क्विंटल धान का विक्रय किया है। सूरज अपने भाईयों की मदद से परिवार के सभी बच्चों की पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रीत कर 3 बच्चों को जगदलपुर शहर के निजी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में दाखिल किया है। वहीं एक भतीजे को कॉलेज में पढ़ा रहे हैं। साथ ही अन्य दो बच्चों को अभी गांव के स्कूल में भेज रहे हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के करीब 12 लाख किसानों को वर्ष 2014-15 और 2015-16 के धान खरीदी का 300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोनस राशि सुशासन दिवस के अवसर पर जारी किया गया। जिसके तहत बस्तर जिले में भी 23966 किसानों को 38 करोड़ 40 लाख रुपए बोनस राशि उनके बैंक खाते में अंतरित किया गया।
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