Global Skills Park : समय सीमा में पूरा करें संत शिरोमणि श्री रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क प्रोजेक्ट
लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) टेटवाल ने किया ग्लोबल स्किल्स पार्क का निरीक्षण
भोपाल : कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल Gotam Tetwal ने भोपाल स्थित संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क Global Skills Park का निरीक्षण किया। टेटवाल ने परियोजना से संबंधित कार्यों का जायजा लिया और सभी कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
Gotam Tetwal ने प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट कौशल विकास को जन-जन तक पहुँचाने के लिये आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्लोबल स्किल्स पार्क मध्यप्रदेश शासन का प्लेगशिप प्रोजेक्ट है। संस्थान की ब्रांडिंग वृहद स्तर पर करें। Gotam Tetwal ने कहा कि प्रोजेक्ट की मासिक समीक्षा करेंगे। इस दौरान परियोजना संचालक श्रीमती शीतला पटले एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
Gotam Tetwal ने कहा कि विकसित भारत संकल्प अनुसार प्रदेश में तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रणाली को सुदृढ़ करते हुए प्रदेश के युवाओं, महिलाओं एवं समाज के सभी वर्गों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का तकनीकी एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण देने के लिए राज्य शासन द्वारा ग्लोबल स्किल्स पार्क की स्थापना की गई है। साथ ही रीवा, सागर, ग्वालियर एवं जबलपुर में भी ग्लोबल स्किल्स पार्क की स्वीकृति दी जा चुकी है।
36 एकड़ में बना है ग्लोबल स्किल्स पार्क
भोपाल में 36 एकड़ में बने ग्लोबल स्किल्स पार्क में छात्रों के रहने के लिये सर्वसुविधायुक्त छात्रावास भी है। कुल 600 छात्रों एवं 600 छात्राओं को छात्रावास की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके अलावा 216 प्रशिक्षकों को भी तमाम सुविधाओं के साथ रहने हेतु हॉस्टल रूम्स आवंटित किये जाएंगे। इस पार्क के माध्यम से प्रतिवर्ष 6000 युवाओं को विश्व स्तरीय कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
कैंपस में युवाओं को मिलेगी खेलों के साथ-साथ व्यायाम की सुविधा
शैक्षणिक कैंपस से अलग छात्रों के व्यायाम और खेल मनोरंजन हेतु 8 लेन रनिंग ट्रैक भी तैयार किया गया है। बहुउदेशीय इस ट्रैक में रनिंग के अलावा अन्य खेल भी खेले जा सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि ITEES सिंगापुर ITEES Singapore के तकनीकी सहयोग से तैयार की गई इस परियोजना का निर्माण कार्य 15 मार्च 2021 से शुरू किया गया था।
MA.MC from Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication, Bhopal.